पर्यटन निगम में आए प्रस्ताव:महाकाल लोक में लाइट एंड साउंड, लेजर शो के लिए प्रेजेंटेशन देंगी 7 कंपनियां

महाकाल लोक में आने वाले दर्शनार्थियों को लाइट एंड साउंड, लेजर और वाटर कर्टन शो भी देखने को मिलेगा। इसके लिए 7 कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इन कंपनियों के प्रतिनिधि 23 दिसंबर को भोपाल में मप्र पर्यटन निगम में प्रेजेंटेशन देंगे। वे बताएंगे कि उनकी कंपनी किस तरह के शो कर सकती है। प्रेजेंटेशन के आधार पर शो तय होंगे। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया होगी।

महाकाल आने वाले श्रद्धालुओं को रात तक रोकने के लिए महाकाल लोक को आकर्षक लाइटिंग से सजाया गया है। इसके साथ ही अब लाइट एंड साउंड शो, लेजर शो और वाटर कर्टन शो दिखाने की तैयारी हो चुकी है। मप्र पर्यटन विकास निगम के माध्यम से यह काम होगा। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने निगम को 32.5 करोड़ रुपए दिए हैं। निगम ने इस काम के लिए देश-विदेश की कंपनियों से प्रस्ताव आमंत्रित किए थे। इसमें 7 कंपनियों ने रुचि दिखाई और अपने प्रस्ताव भेजे हैं।

अब 23 दिसंबर को इन कंपनियों के प्रस्ताव के प्रेजेंटेशन होंगे। कंपनियों के प्रतिनिधि बताएंगे कि वे किस तरह के शो महाकाल लोक में कर सकते हैं। जिस तरह के शो महाकाल लोक के लिए अनुकूल पाए जाएंगे, उनके लिए निगम टेंडर जारी करेगा। टेंडर के आधार पर एजेंसी तय होगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने महाकाल लोक में इस तरह के शो की गुणवत्ता विश्व स्तरीय रखने को कहा है, ताकि महाकाल आने वाले लोग इन शो को देखने के लिए रात रुके।

6 महीने में शो शुरू करने का लक्ष्य
कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार पर्यटन निगम के माध्यम से लाइट एंड साउंड, लेजर और वाटर कर्टन शो होना है। निगम ही इसकी तैयारी कर रहा है। कंपनियों के प्रेजेंटेशन के बाद पता चलेगा किस तरह के शो यहां किए जा सकते हैं। यह काम जून 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

पहले चरण के काम के बाद दूसरे चरण के काम चल रहे, कोटितीर्थ, शिखर दर्शन क्षेत्र को आकर्षक बनाएंगे

महाकालेश्वर मंदिर के बाहरी हिस्से में महाकाल लोक के पहले चरण के काम पूरे होने के बाद दूसरे चरण के काम चल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने महाकाल लोक की तरह ही मंदिर के भीतरी हिस्सों को भी आकर्षक बनाने को कहा है। इसी क्रम में कोटितीर्थ कुंड के चारों तरफ हेरिटेज स्वरूप को कायम रखते हुए देवास धर्मशाला का स्वरूप निखारने, उत्तर द्वार क्षेत्र का विकास, कुंड के चारों तरफ स्थित मंदिरों का सौंदर्यीकरण के साथ वहां आकर्षक विद्युत सज्जा की जाएगी।

मंदिर के ओंकारेश्वर परिसर और निर्माणाधीन न्यू वेटिंग हॉल व शिखर दर्शन क्षेत्र को भी आकर्षक बनाया जाएगा। इस क्षेत्र में निर्माण तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। यहां पेड़ों का विशेष तरीके से संरक्षण भी किया गया है। इसके अलावा पूरे प्रशासनिक भवन को हटाने के बाद खाली हुई जमीन पर उद्यान आदि विकसित किए जाना है। यह क्षेत्र भी दर्शनार्थियों के लिए सुविधाजनक बनाया जाएगा।

चांदी से नंदीगृह का सौंदर्यीकरण
मंदिर के गर्भगृह व भस्मआरती द्वार को रजत मंडित करने के बाद अब नंदीगृह को भी रजत मंडित किया जाएगा। इसके लिए चांदी दानदाताओं से जुटाई जाएगी। नंदीगृह में चांदी से शिव स्वरूपों को निखारा जाएगा। नंदीगृह का सौंदर्यीकरण भी होगा।

Leave a Comment